logo

झारखंड में बीमार सरकारी टीचर का भी नहीं हो रहा तबादला, ये है वजह

teacher_male.jpg

द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में बीमार शिक्षकों का तबादला नहीं हो पा रहा है। कई टीचर तो ऐसे हैं जिन्होंने एक साल पहले आवेदन दिया था लेकिन इसपर अबतक कोई कोई निर्णय नहीं लिया गया। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि शिक्षा विभाग की ओर से कई बार कहे जाने के बाद भी अबतक जिलों में स्थापना समिति की बैठक नहीं हुई है। जिस कारण शिक्षा विभाग को लगातार तारीख बढ़ानी पड़ रही है। वहीं, अगर अगले 2 महीने तक यह तबादला नहीं हुआ तो लोकसभा की तैयारियां शुरू होने के बाद एक बार फिर मामला फंस जाएगा। 


स्थापना समिति की बैठक 20 दिसंबर तक हो सकती है
बता दें कि राज्य में टीचर ट्रांसफर पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों के आवेदन लिये गये थे। अब खबर सामने आ रही है स्थापना समिति की बैठक 20 दिसंबर तक हो सकती है। पहले बैठक की अंतिम तारीख 21 नवंबर तक तय की गई थी। काफी जिलों में जब स्थापना समिति की बैठक नहीं बुलाई तो स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग को यह फैसला लेना पड़ा। इसके लिए शिक्षा सचिव के. रवि कुमार ने सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दे दिया है। उपायुक्तों को कहा गया है कि दिये गए दिशा-निर्देश का अनुपालन अंतिम तिथि तक कर लिया जाए। साथ ही, स्थानांतरण के लिए अनुशंसा करे और कार्रवाई करना सुनिश्चित किया जाए।

सबसे पहले विशेष मामलों के होंगे तबादले 
बता दें कि सबसे पहले विशेष मामलों के तबादले होंगे। इसके बाद स्कूलों के सरप्लस शिक्षकों का तबादला किया जाना है। इसमें विषयवार प्रायोरिटी के अनुसार तबादला किया जाना है। इसके लिए आवेदन नहीं लिए जाएंगे। इसमें जिला के अंदर ही शिक्षकों को एक स्कूल से दूसरे स्कूल में भेजा जाएगा। टीचर ट्रांसफर पोर्टल के सॉफ्टवेयर में ही स्कूलों को छात्र-शिक्षक अनुपात में रखा जाएगा और उसी आधार पर उनका तबादला हो सकेगा। हर विषय के लिए स्वीकृत पद, ग्रेड वेतन, ग्रेड वेतन नहीं रहने पर स्थापना समिति रिक्ति को बंद और खारीज कर सकती है। वहीं, स्कूल में समान विषय के शिक्षक, एक स्कूल में एक ही विषय के शिक्षक और उर्दू विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की आवश्यकता को प्राथमिकता दी जाएगी।

हमारे वाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें : https://chat.whatsapp.com/FUOBMq3TVcGIFiAqwM4C9N